हम भारत के कर्मवीर अपनी ताकत दिखला देंगे
सूरज सा तेज़ भी है हममे पत्थर को भी पिघला देंगे
भारत है अपनी जन्म भूमि जिसपे जन्मे और मरेंगे हम
हम सब की है ये कर्म भूमि इसपे निछार सब करेंगे हम
जिस मातृ भूमि ने दिया हमें है सब कुछ जो जीने के लिए
उस मातृ भूमि के अर्पण में ये जीवन अपना ला देंगे
हम भारत के कर्मवीर ...............................................
रानी बाई और शिवा प्रताप से फूल खिले जिस आँचल में
उनकी सुगंध के बाद भी क्या आवश्यक है नीलांचल में
फूलों सा चमन में महक गए काँटों सा रक्षक बन कर के
उनके इस चमन की रक्षा को हम तन मन अपना लगा देंगे
हम भारत के कर्मवीर ...............................................
दिन दूर नहीं जो चाहत है, वो बात हमारी सुनो भारती
सब से आगे भारत अपना और करे विश्व तेरी ही आरती
जिसका हो मुकुट हिमालय सा, सागर भी जिसके चरण धुले
ऐसे भारत की शान पे हम, कर अपना सब कुर्बान देंगे
हम भारत के कर्मवीर ...............................................
-:रिशु कुमार दुबे "किशोर" :-
सूरज सा तेज़ भी है हममे पत्थर को भी पिघला देंगे
भारत है अपनी जन्म भूमि जिसपे जन्मे और मरेंगे हम
हम सब की है ये कर्म भूमि इसपे निछार सब करेंगे हम
जिस मातृ भूमि ने दिया हमें है सब कुछ जो जीने के लिए
उस मातृ भूमि के अर्पण में ये जीवन अपना ला देंगे
हम भारत के कर्मवीर ...............................................
रानी बाई और शिवा प्रताप से फूल खिले जिस आँचल में
उनकी सुगंध के बाद भी क्या आवश्यक है नीलांचल में
फूलों सा चमन में महक गए काँटों सा रक्षक बन कर के
उनके इस चमन की रक्षा को हम तन मन अपना लगा देंगे
हम भारत के कर्मवीर ...............................................
दिन दूर नहीं जो चाहत है, वो बात हमारी सुनो भारती
सब से आगे भारत अपना और करे विश्व तेरी ही आरती
जिसका हो मुकुट हिमालय सा, सागर भी जिसके चरण धुले
ऐसे भारत की शान पे हम, कर अपना सब कुर्बान देंगे
हम भारत के कर्मवीर ...............................................
-:रिशु कुमार दुबे "किशोर" :-
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